नई दिल्ली: देशभर में एक बार फिर से कोरोना के मामले बढ़ने शुरू हो गए हैं। दिल्ली, केरल, महाराष्ट्र और कर्नाटक के बाद अब राजस्थान में भी लंबे समय बाद कोरोना ने दस्तक दी है। जानकारी के अनुसार, शनिवार को राजस्थान में करीब आधा दर्जन लोग कोविड-19 (Covid-19) पॉजिटिव मिले हैं। कोरोना के नए मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है और बाहर से आने वाले लोगों की सघन जांच की जा रही है।
जानकारी के अनुसार, शनिवार को जोधपुर एम्स में भर्ती 4 मरीज कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। चारों पहले से ही यहां पर इलाज के लिए भर्ती थे। बताया गया कि कोरोना संक्रमित मरीजों में भोपालगढ़ के 38 वर्षीय पुरुष, फलोदी के 11 वर्षीय बच्चा, अजमेर की 12 वर्षीय लड़की और कुचामन डीडवाना के 5 माह का लड़का शामिल है। इन लोगों में कोरोना के लक्षण मिलने के बाद उनकी जांच की गई, जिस पर ये सभी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।
कोरोना के नए वेरियंट को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क (IMA JDN) के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. ध्रुव चौहान ने पत्रकारो से कहा कि लोगों को जेएन.1 स्वरूप से घबराने की जरूरत नहीं है, जो ओमिक्रॉन बीए 2.86 में हुए बदलाव से उत्पन्न हुआ है और जो भारत में प्रचलित प्रमुख कोविड-19 स्वरूप है। यह कोई जानलेवा स्वरूप नहीं है। हाथ स्वच्छ रखना और अस्पताल या भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना, लोगों के बीच छींकने में स्वच्छता का पालन करना हमेशा बेहतर होता है। लक्षणों की जांच डॉक्टर से करवाना भी महत्वपूर्ण है। लोगों को यह याद रखना चाहिए कि घबराहट और अव्यवस्था बीमारी से अधिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा कर सकती हैं।
राजस्थान के अलावा अन्य राज्यों में कोविड-19 केस की बात करें तो दिल्ली में शनिवार तक कोविड-19 के 23 मामले सामने आये हैं। दिल्ली में कोरोना से संक्रमित मरीजों में केवल हल्के लक्षण दिखे हैं। उनमें से 22 घर पर ही ठीक हो रहे हैं और किसी को भी अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ी।