आईसीसी बैठक में दो स्तरीय टेस्ट प्रणाली, टी-20 विश्व कप पर होगी चर्चा

नई दिल्ली/सिंगापुर: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद आईसीसी की गुरुवार से यहां चार दिवसीय वार्षिक आम बैठक एजीएम शुरू हो रही है। इसके दौरान बहुचर्चित दो स्तरीय टेस्ट प्रणाली, टी-20 विश्व कप का विस्तार और नए सदस्यों को मंजूरी देने जैसे विषयों पर चर्चा की जाएगी। प्रमोशन-रेलीगेशन में नया विश्व टेस्ट चैंपियनशिप डब्ल्यूटीसी चक्र 2025-27 शुरू हो चुका है। ऐसे में दो स्तरीय टेस्ट प्रणाली पर चर्चा धन आवंटन के साथ ही प्रमोशन निचली से शीर्ष लीग में जाना तथा रेलीगेशन शीर्ष लीग से निचली में खिसकना से संबंधित प्रावधानों के इर्द-गिर्द घूमने वाली है। हालांकि यह सामान्य रूप से स्वीकार किया गया है कि मौजूदा डब्ल्यूटीसी चक्र में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा और नई प्रणाली संभावित रूप से 2027 के बाद लागू होगी। आईसीसी चेयरमैन जय शाह और नवनियुक्त सीईओ संजोग गुप्ता की अध्यक्षता में होनी वाली एजीएम में इस पद्धति पर गंभीरता से विचार होगा क्योंकि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) और इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड ईसीबी इसके प्रमुख समर्थक हैं। 50 ओवर के विश्व कप में हालांकि और टीम जोड़ने का कोई इरादा नहीं है लेकिन आईसीसी टी-20 विश्व कप में और टीम शामिल करने पर विचार कर सकता है। इससे संभावित रूप से इसमें 24 प्रतिभागी शामिल हो सकते हैं। हालांकि अगले साल से पहले कोई ठोस निर्णय लिए जाने की उम्मीद नहीं है। पिछले साल के विश्व कप से चार और टीमों के जुड़ने के बाद वर्तमान में 20 टीमें इस प्रतियोगिता में प्रतिस्पर्धा कर रही हैं। यह मॉडल कम से कम 2026 के टूर्नामेंट तक जारी रहेगा। एक सूत्र ने बताया, इटली के विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने को नए देशों में क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। दिसंबर 2024 में आईसीसी के शीर्ष पद पर काबिज होने के बाद से शाह कई हाई-प्रोफाइल मुलाकातों का हिस्सा रहे हैं। इनमें मार्च में यूनान के कोस्टा नवारिनो में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के सत्र के दौरान फीफा अध्यक्ष जियानी इन्फेंटिनो और जनवरी में पूर्व आईओसी प्रमुख थॉमस बाख से मुलाकात शामिल है। इस बीच आईसीसी को पिछले साल टी-20 विश्व कप के आयोजन की जांच पर अंतिम अपडेट मिलने की संभावना है। टूर्नामेंट के दौरान खर्चों में भारी वृद्धि के आरोप लगे थे। इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है लेकिन माना जा रहा है कि धन के दुरुपयोग ने जनवरी के अंत में पूर्व सीईओ ज्योफ एलार्डिस के इस्तीफे में भूमिका निभाई थी। इस बीच जांबिया 2019 में निलंबन के बाद एसोसिएट (सहयोगी) सदस्य के रूप में आईसीसी में वापसी करने के लिए तैयार है और पूर्वी तिमोर के भी पहली बार सदस्य बनने की संभावना है।

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