ऑस्ट्रेलिया में हार के बाद जागी बीसीसीआई, अब खिलाड़ियों की रंग रलियों पर लगाएगी लगाम

नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 3-1 हार के बाद बीसीसीआई ने कुछ नए नियम लागू किए हैं। इसका मकसद टीम के बीच बॉन्डिंग को बढ़ाना और खेल पर फोकस करना है। बीसीसीआई सूत्रो कि माने तो बोर्ड ने कोविड-19 के दौरान खत्म किए गए नियमों को फिर से लागू किया है। पूरे टूर के दौरान परिवार और पत्नियां खिलाड़ियों के साथ सफर नहीं कर सकेंगी। खासतौर पर विदेशी दौरों पर यह नियम ज्यादा काम करेगा ताकि खिलाड़ियों की परफॉर्मेंस पर असर न पड़े। 45 दिन से कम के टूर के लिए परिवार और पत्नियां 7 दिन साथ रह सकेंगी। टीम की एकता को ध्यान में रखते हुए किसी भी प्लेयर को अपनी गाड़ी से सफर करने की इजाजत नहीं दी जाएगी, चाहे वो कितना भी बड़ा खिलाड़ी क्यों न हो।


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुंबई में सालाना जनरल मीटिंग के दौरान बीसीसीआई ने इन फैसलों पर विचार किया है। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कई सीनियर प्लेयर्स अपनी गाड़ी से सफर करते नजर आए थे और पूरे टूर पर विराट कोहली और केएल राहुल जैसे प्लेयर्स की फैमिली साथ थी।


गौतम गंभीर के मैनेजर गौरव अरोड़ा टीम इंडिया के साथ ट्रैवल करते नजर आ रहे थे। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था। बीसीसीआई ने इसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया है। अब अरोड़ा को टीम होटल में नहीं रहने दिया जाएगा। वे VIP बॉक्स में भी नहीं बैठ पाएंगे। उन्हें टीम बस से सफर करने की भी इजाजत नहीं दी गई है।


सूत्र के हवाले से बताया कि AGM के दौरान सैलरी काटने का भी सुझाव रखा गया था। यानी अगर परफॉर्मेंस सही नहीं होती है तो प्लेयर की सैलरी में कटौती की जा सकती है। इसका मकसद खिलाड़ी को उसकी जिम्मेदारी से वाकिफ करना है। अभी इस पर फैसला नहीं किया गया है।