बिहार: कैमूर में जन सुराज के सूत्रधार और राजनीतिक पंडित प्रशांत किशोर ने एक पत्रकार के भाई की हत्या पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि इस घटना ने पत्रकारों की दुर्दशा को एक खतरनाक उदाहरण के रूप में पेश किया है। पीके ने कहा कि पत्रकारों की हालत यह है कि वे अपनी दुर्दशा के बारे में भी खुलकर नहीं बता सकते हैं। यह नीतीश कुमार और बीजेपी के सुशासन का हाल है, जहां कोई भी सुरक्षित नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि मंत्री और विधायक यहां घूम रहे हैं, लेकिन उन्हें लोगों की स्थिति की कोई परवाह नहीं। बता दें हाल ही में कैमूर जिले में अज्ञात बाइक चोरों ने एक पत्रकार के भाई की हत्या कर दी थी, जो चोरों का पीछा कर रहे थे। इस घटना के संदर्भ में प्रशांत ने बिहार में युवाओं पर कहा कि बिहार में केवल एक ही चीज बन रही है, वह है जवान लड़के मजदूर बनाए जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि लालू और नीतीश ने समाज को अनपढ़ बना दिया है और हर बच्चा मजदूर बन रहा है। इस निराशाजनक स्थिति के बावजूद पीके ने कहा कि बिहार के लोग बदलाव के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि बिहार का युवा यह दिखाएगा कि यदि उनके पास बेहतर विकल्प है, तो वह वोट करना। उन्होंने कहा कि जनता की भावनाएं बदल रही हैं और लोग अब इस नरक जैसी जिंदगी से बाहर निकलने का प्रयास कर रहे हैं। प्रशांत ने लोगों से अपील की कि वे बीजेपी प्रत्याशियों से पूछें कि इस हत्या मामले में क्या कार्रवाई की गई है और यह कि सरकार केवल दिखावे के लिए है। उन्होंने कहा कि जनता अब बदलाव चाहती है।